Sudhanshu Shekhar

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Heinrich Robert Zimmer
“It is because they are alive, potent to revive themselves, and capable of an ever-renewed, unpredictable yet self-consistent effectiveness in the range of human destiny, that the images of folklore and myth defy every attempt we make at systematization. They are not corpselike, but implike.”
Heinrich Robert Zimmer, The King and the Corpse: Tales of the Soul's Conquest of Evil

Ramdhari Singh 'Dinkar'
“एक मूर्ति में सिमट गईं किस भाँति सिद्धियाँ सारी?
कब था ज्ञात मुझे, इतनी सुन्दर होती है नारी?”
Ramdhari Singh 'Dinkar', उर्वशी

Ramdhari Singh 'Dinkar'
“वक्ष के इस तल्प पर सोती न केवल देह, मेरे व्यग्र, व्याकुल प्राण भी विश्राम पाते हैं।”
Ramdhari Singh 'Dinkar', उर्वशी

Nirmal Verma
“कुछ लोग सुखी नहीं होते, लेकिन उनमें कुछ ऐसा होता है, जिसे देखकर हम अपने को बहुत छोटा-सा महसूस करते हैं। वे किसी दूसरे ग्रह के जीव जान पड़ते हैं…”
Nirmal Verma, अन्तिम अरण्य

Ramdhari Singh 'Dinkar'
“हम भी हैं मानवी कि ज्यों ही प्रेम उगे, रुक जाएँ,
मिले जहाँ भी दान हृदय का, वहीं मग्न झुक जाएँ?
प्रेम मानवी की निधि है, अपनी तो वह क्रीड़ा है;
प्रेम हमारा स्वाद, मानवी की आकुल पीड़ा है।”
Ramdhari Singh 'Dinkar', उर्वशी

118417 हिन्दी — 32 members — last activity Oct 02, 2016 11:36PM
इस समूह में हम ऐसी पुस्तकों के विषय में चर्चा करेंगे जो कि हिन्दी में लिखी गई हों या हिन्दी में अनूदित हो या मूल हिन्दी पुस्तक का अंग्रेजी में अनुवाद ...more